7 Benefits of Investing in IPO in Hindi

जब कोई निजी कंपनी सार्वजानिक होने के लिए Share Market में अपना आईपीओ (IPO) लाती है तो वह काफी निवेशकों का ध्यान अपनी तरफ खींचती है, क्युकी हर कोई आईपीओ को एक लाभप्रद मौके के तौर पर देखता है जहाँ पर किसी का लक्ष्य लिस्टिंग गेन पाना होता है तो किसी का मकसद लॉन्ग टर्म होता है।

7 Benefits of Investing in IPO in Hindi
7 Benefits of Investing in IPO in Hindi

इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आईपीओ में निवेश (Investing in IPO) करने के 7 प्रमुख लाभों के बारे में जानेंगे, जिसमे हम कंपनी के potential benefits से लेकर विविधीकरण के अवसरों तक, हम सभी प्रमुख कारणों को कवर करेंगे कि एक निवेशक को आईपीओ (IPO) में निवेश करने पर विचार क्यों करना चाहिए।

Early Investment Opportunity

जब कोई कंपनी सार्वजनिक (public) होने का फैसला करती है तो वह आईपीओ (IPO) के माध्यम से निवेशकों को प्रारंभिक चरण में कंपनी के स्टॉक्स को खरीदने का अवसर प्रदान करती है। ऐसी कम्पनीज में निवेश करना एक तरह का आकर्षक मौका हो सकता है क्योंकि, ऐसी कंपनियां में अक्सर हाई ग्रोथ का potential होता है। आईपीओ में निवेश करने से निवेशकों को कंपनी के विकास को भुनाने यानि की कंपनी की ग्रोथ को capitalize करने का मौका मिलता है, जो की किसी mature और established कंपनी में निवेश करने की तुलना में एक निवेशक को ज्यादा रिटर्न कमाने का मौका प्रदान करता है।

किसी आईपीओ (IPO) में उसके शुरुआत में ही निवेश करने से कई संभावित लाभ मिल सकते हैं। क्युकी शुरुआती निवेशकों के पास कम कीमत पर स्टॉक खरीदने का अवसर होता है, और शेयर मार्किट में लिस्ट होने के बाद इसकी कीमत संभावित रूप से खरीदारों और विक्रेताओं की अधिकता से प्रभावित हो सकती है। इसके अतिरिक्त, शुरुआती निवेशकों के पास कंपनी के संभावित विकास (potential growth) से लाभ उठाने का अवसर हो सकता है क्योंकि जब कंपनी समय के साथ अपनी sales and profits को बढ़ाती है तो इसका प्रभाव शेयर्स की कीमतों पर भी पड़ता है।

Diversification in Portfolio

जब हम किसी आईपीओ में निवेश करते है तो एक और कंपनी का स्टॉक हम अपने निवेश पोर्टफोलियो (investment portfolio) में जोड़ते है, जो हमारे रिस्क को reduce करने और अपनी होल्डिंग्स में विविधता (diversify) लाने में मदद कर सकता है। यह अन्य निवेशों यानि की स्टॉक्स से किसी भी संभावित नुकसान के प्रभाव को कम कर सकता है।

Diversification से मतलब अपने सभी धन को एक ही स्थान पर रखने के बजाय अलग-अलग रखने से है। अपने पोर्टफोलियो में एक नई कंपनी के स्टॉक जोड़कर, हम संभावित रूप से अपने निवेश को विभिन्न उद्योगों, व्यापार मॉडल और सेक्टर में फैला सकते हैं, जो हमारे overall risk को कम करने में मदद कर सकता है। जब कोई एक स्टॉक या सेक्टर बुरा प्रदर्शन करता है तो हमारे दूसरे स्टॉक्स या सेक्टर अच्छा परफॉरमेंस करके उसे बैलेंस कर देते है।

Increased Liquidity

बढ़ी हुई तरलता (Increased Liquidity) से तात्पर्य किसी संपत्ति, जैसे की स्टॉक की कीमत पर न्यूनतम प्रभाव के साथ आसानी से खरीदने और बेचने की उपलब्धता से है। Liquidity निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण कारक (factor) है, क्योंकि यह उन्हें जरूरत पड़ने पर अपने निवेश को जल्दी और आसानी से नकदी (cash) में बदलने की सुविधा देता है।

जब कोई कंपनी IPO के माध्यम से सार्वजनिक होती है, तो वह पब्लिक को शेयर बेचकर अपने स्टॉक के लिए एक बाजार बनाती है। स्टॉक की यह बढ़ी हुई आपूर्ति (supply) निवेशकों के लिए शेयर खरीदना और बेचना आसान बना सकती है, क्योंकि बाजार में अधिक संभावित खरीदार (potential buyers) और विक्रेता (sellers) हैं। फलस्वरूप, कंपनी का स्टॉक में अधिक तरलता (liquidity) आ जाती है, जो इसे निवेशकों के लिए और अधिक आकर्षक बना सकता है।

बढ़ी हुई तरलता (liquidity) से कंपनी को भी लाभ हो सकता है, क्योंकि जब भी कंपनी को किसी कारणवश धन की जरुरत हो तो वह नए स्टॉक्स जारी करके या फिर कम्पनियो के टॉप मैनेजमेंट के द्वारा स्वयं के शेयर बेचकर अतिरिक्त पूंजी जुटाने में मदद कर सकती है। इसके अलावा, बढ़ी हुई लिक्विडिटी कंपनी के लिए अधिग्रहण करना या अपना कर्ज चुकाना आसान बना सकता है, क्योंकि जरूरत पड़ने पर कैश जुटाने के लिए वह अपने शेयर्स को जल्दी से बेच सकते है।

कुल मिलाकर, बढ़ी हुई तरलता (Increased Liquidity) कंपनी और कंपनी के निवेशकों दोनों के लिए लाभ प्रदान कर सकती है, जिससे निवेशकों के लिए शेयर को खरीदना और बेचना आसान हो जाता है, और कंपनी को additional capital और flexibility प्रदान हो पाती है।

Potential for Growth

जब कोई कंपनी IPO के माध्यम से सार्वजनिक होती है, तो वह पब्लिक को स्टॉक के शेयर बेचकर पूंजी जुटाती है। कंपनी के द्वारा इस पूंजी का उपयोग कंपनी के विकास (growth) और विस्तार (expansion) के लिए किया जा सकता है, जैसे अधिक कर्मचारियों को भर्ती करना, अनुसंधान (research) और विकास (development) में निवेश करना, नए बाजारों में प्रवेश करना और अन्य कंपनियों का अधिग्रहण करना।

इस तरह कंपनी के व्यवसाय का विस्तार होता है और कंपनी अधिक पैसा बनाने लगती है। जब कंपनी अधिक पैसा बनाती है, तो उसके स्टॉक का मूल्य भी बढ़ सकता है। इसका मतलब यह है कि अगर आप भी कंपनी के स्टॉक में निवेशित हैं, तो आपके निवेश पैसे की वैल्यू भी बढ़ जाएगी, जिससे आपको उच्च रिटर्न मिलेगा। इसके अतिरिक्त, जैसे-जैसे कंपनी अधिक लाभदायक होती जाएगी, वह अपने शेयरधारकों को लाभांश का भुगतान (dividends) भी दे सकती है, जो निवेश पर प्रतिफल भी प्रदान कर सकता है।

Improved Transparency

जब कोई कंपनी सार्वजनिक रूप से कारोबार करती है, तो उसे कई कड़े नियमों और जाँच का सामना करना पड़ता है। जांच से तात्पर्य जांच एजेंसियों (regulatory agencies), निवेशकों और पब्लिक द्वारा कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन और practices के close examination से है। इस जांच का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होता है कि कंपनी पारदर्शी और निष्पक्ष रूप से काम कर रही है की नहीं, और कंपनी के द्वारा जो वित्तीय जानकारी शो की जा रही है वह सटीक (accurate) और up-to-date है की नहीं।

सार्वजनिक होने वाली कंपनियां अधिक जांच के अधीन होने के कारण, निवेशकों को कंपनी के प्रदर्शन और संभावनाओं के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने में आसानी रहती है। इसलिए कम्पनियाँ इन नियमों और जाँच के तहत कंपनी को सुचारु रूप से चलाने की कोशिश करती है क्युकी वह जानती है हर किसी की नज़र उनके ऊपर ही है। किसी तरह की इल्लीगल एक्टिविटी या फ्रॉड निवेशकों और जांच एजेंसियों का ध्यान उनके प्रति आकर्षित कर सकता है जिसके फलस्वरूप उनके ऊपर कड़ा एक्शन लिया जा सकता है और निवेशकों के द्वारा अपना साला पैसा निकला जा सकता है जिससे उस कंपनी का स्टॉक क्रैश कर सकता है और देखते ही देखते कंपनी अर्श से फर्श पर आ सकती है।

Improved Visibility and Credibility

सार्वजनिक होने से कंपनी की visibility में वृद्धि हो सकती है जिसके कारण संभावित ग्राहकों, निवेशकों और मीडिया का ध्यान आकर्षित किया जा सकता है। इससे कंपनी और कंपनी के ब्रांड की साख बढ़ाने में मदद मिल सकती है। जितनी कंपनी और कंपनी के ब्रांड की शाख बढ़ेगी, उतना ही निवेशको और पब्लिक की कंपनी के प्रति रूचि बढ़ेगी, फलस्वरूप और अधिक निवेश की सम्भावना बढ़ेगी जिसका प्रभाव शेयर्स की कीमतों पर भी पड़ेगा।

Listing Gains

जब कोई कंपनी सार्वजनिक होती है, तो वह short-term gains का एक आकर्षक अवसर भी हो सकता है क्योंकि आईपीओ के तुरंत बाद शेयरों की कीमत बढ़ सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि शेयरों की अक्सर उच्च मांग होती है, जिससे कीमतें बढ़ सकती हैं। इसके अतिरिक्त, निवेश बैंक और अंडरराइटर कंपनी के लिए जुटाई गई धनराशि को अधिकतम करने के लिए शेयरों के लिए उच्च प्रारंभिक मूल्य निर्धारित कर सकते हैं। एक बार किसी कंपनी के शेयर stock exchange में सूचीबद्ध हो जाने के बाद, short-term investor अपने शेयर बेचने पर विचार कर सकते हैं। अतः इस तरह निवेश करके एक छोटे वक्त में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है पर ध्यान रखे की इसके लिए कंपनी और मार्किट पर पूरी नज़र रखनी पड़ती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

इस लेख में आपने जाना की किस तरह एक निवेशक आईपीओ (IPO) में invest करके एक अच्छा-खासा प्रॉफिट या फिर इनिशियल गेन प्राप्त कर सकता है। हालाँकि, यह बात भी ध्यान रखनी चाहिए की ये जरूरी नहीं है की हर आईपीओ (IPO) से आपको प्रॉफिट हो, आईपीओ में अप्लाई करने के बाद कई बार लोस भी हो सकता है।

आपको यह ध्यान में रखना चाहिए की आईपीओ में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है, और इस बात की कोई गारंटी नहीं होती कि सार्वजानिक होने के बाद कंपनी हमारे उम्मीद के मुताबिक ही प्रदर्शन करेगी। इसलिए किसी ऐसी कंपनी में पैसा लगाने से पहले, जो आईपीओ (IPO) के माध्यम से सार्वजनिक हो रही है, बेहतर होगा की आप सभी संभावित जोखिमों और लाभों पर सावधानी से विचार जरूर करे। कंपनी के बारे में जितना हो सके उतना पता लगाने की कोशिश करे, साथ ही कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन और संभावनाओं पर स्वयं का शोध जरूर करे।

मेरी राय (My Opinion)

आईपीओ निश्चित रूप से एक बहुत अच्छा अवसर होता है listing gain के लिए या फिर किसी ग्रोथ कंपनी में उसके शुरुआती समय में निवेश करके लंबी अवधि में अच्छी वेल्थ कमाने के लिए। लेकिन ऐसी कंपनी में निवेश करने से पहले काफी रिसर्च की जरूरत होती है, जो आपको जरूर करनी चाहिए। अगर आप लिस्टिंग गेन के लिए आईपीओ में निवेश करना चाहते हैं तो कंपनी के साथ-साथ ग्रे मार्केट प्रीमियम (GPM) पर भी नजर रखें और उसी के अनुसार निवेश करें।

वैसे अगर आपका मकसद सिर्फ आईपीओ से लिस्टिंग गेन हासिल करना ही है, तो आप बुल मार्केट के दौरान जरूर अप्लाई कर सकते हैं क्योंकि ज्यादातर कंपनियों के आईपीओ इसी दौरान आते हैं, और मार्केट में liquidity होने की वजह से ज्यादातर आईपीओ सफल हो जाते है। Bull Market लिस्टिंग गेन्स का लाभ पाने के लिए सबसे अच्छा मौका साबित हो सकता है।

हमारे पाठकों से अपील (Appeal to our Readers)

आशा है कि आपको आज की पोस्ट Benefits of Investing in IPO पसंद आई होगी और आपको आईपीओ से संबंधित कुछ स्पष्टता मिली होगी। यदि आपने इस पोस्ट से कुछ सीखा है, तो हमारे पोस्ट को रेट करें और इस लेख को अपने दोस्तों के साथ साझा करें। धन्यवाद

Rate this post

Leave a Comment